मंगलवार, 31 जनवरी 2012

सिर्फ सॉरी शब्द कहना सही है ? ( फेसबुक से, भाग- 1)


बहुत सारे विचार दिमाग में लिखने को उकसाते हैं, लेकिन इधर नहीं लिखा कुछ। सोचा कि फेसबुक पर कई बार कुछ अच्छे विचार तो उतर जाते हैं ही या कई बार कुछ काम का भी लिख दिया जाता है, तो उसे सँजोकर यहाँ प्रस्तुत करने का खयाल आया। पहला भाग प्रस्तुत हैः


31 जनवरी 2012

2012 को रामानुजन की याद में भारत में राष्ट्रीय गणित वर्ष घोषित किया गया है।

इस अत्यंत प्रतिभाशाली और महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन, जिन्हें दुनिया के महानतम गणितज्ञों में शुमार किया जाता है, पर एक किताब आई, नाम था- ' मैन हू नेव(या न्यू) इनफिनिटी' किताब के लेखक थे राबर्ट कैनिगेल। कैनिगेल ने इस बहुप्रशंसित ग्रंथ को लिखने के लिए कुछ सप्ताह रामानुजन के जन्मस्थान में भी बिताये थे। यह किताब 1991 में अंग्रेजी में प्रकाशित हुई थी। 


अब ज़रा ध्यान देनेवाली बात सुनें... 

इस किताब का जर्मन अनुवाद 1993 में, जापानी अनुवाद 1994 में, कोरियाई संस्करण 2000 में, चीनी संस्करण 2002 में, इतालवी अनुवाद 2003 में, थाई अनुवाद 2007 में, यूनानी संस्करण 2008 में प्रकाशित हुआ। लेकिन तय है कि भारतीय भाषाओं के संस्करण अब तक नहीं आये हैं। किताब लिखे जाने को 20 साल बीत चुके हैं। किताब बहुत आवश्यक और बेहतरीन मानी गयी है। पृष्ठ 400 से ज्यादा हैं। 

क्या आपको इन भाषाओं में इस महान किताब के अनुवाद होने के वर्ष से उस भाषा के लोगों और उस भाषा के देश को लेकर कुछ पता चलता है! 

मुझे सबसे ज्यादा हिन्दी विरोधी लोगों के राज्य तमिल को लेकर अफसोस होता है क्योंकि इन्होंने अंग्रेजी के तलवे चाटने में कोई कसर छोड़ी और खुद तमिल का भला भी करते हैं, करनेवाले लगते हैं। उनके नाम पर हर साल एक दिवस मनानेवाले राज्य ने तमिल अनुवाद भी पेश नहीं किया है, जहाँ तक मेरी जानकारी है।
भारत जिनपर गर्व कर सकता है, ऐसे एकदम गिने चुने लोगों में उनका स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। बचपन से उनको थोड़ा जाना है... एक आकर्षण पैदा होता है... मेरे सबसे प्रिय लोगों मे हैं रामानुजन... हाँ 32 साल की उम्र में चल बसे थे वे...

विशेष: रामानुजन के सामने विवेकानंद की देन का कोई महत्व नहीं है।

पढना चाहते हैं तो 
www.4shared.com/get/mABclt8P/The_Man_Who_Knew_Infinity_-_A_.html पर जाएँ...


30 जनवरी 2012

क्या अफसोस व्यक्त करने के लिए सिर्फ सॉरी शब्द कहना सही है ? सॉरी का अर्थ जितना होता है, उतना ही माफी माँगने के लिए प्रयोग करना ठीक वैसे ही है जैसे एक छोटा बच्चा जिसकी भाषा अभी अच्छी नहीं है, वह मुझे भूख लगी है कि जगह सिर्फ रोना शुरू कर दे या नानी की जगह सिर्फ 'नी' कहे। सॉरी का अर्थ एक वाक्य कैसे हो सकता है। इसे कूटशब्द या कोड की तरह इस्तेमाल करना ऐसे लगता है जैसे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोई आतंकवादी अपने मित्र को संदेश भेज रहा हो। ... ... ... असहमतियाँ विशेष रूप से आमंत्रित हैं।

×  ×  ×
गोपाल गोडसे की किताब गाँधी वध क्यों पढते वक्त एक बात हमेशा दिखती है कि वह कोई सनकी आदमी लिख रहा है, बोल रहा है... अदालत में नाथूराम का बयान देखने पर कितनों को महानता के दर्शन होते हैं लेकिन उस बयान मे सिवाय इस बात के कि गोडसे हिन्दू है, एक ब्राह्मण है... कोई बात महत्वपूर्ण नहीं होती... ... कोई वैज्ञानिकता नहीं, कोई समझ नहीं लेकिन फिर भी गोडसे के भक्तों की कमी भी नहीं हमारे देश में।

26 जनवरी 2012

भारत में संविधान चुटकुले की किताब है!

×  ×  ×

प्रतियोगिता नहीं सहयोगिता... ... यह होना चाहिए... ... वरना हमारे देश में समस्याएँ खासकर बेरोजगारी बरकरार रहेगी ही। सही हूँ मैं ? ... ... और हमारे आधुनिक नौटंकीबाज विचारक मैनेजमेंटियाते हैं पटक पटक कर, लोगों को पीछे धकेल कर जीना सिखाते हैं... ... वैसे ये क्या खाक़ सिखायेंगे!

25 जनवरी 2012

फिल्मों में नौकरों से, गँवारों से हिन्दी, क्षेत्रीय भाषाएँ बोलवाई जाती हैं, लेकिन साहब या मेमसाहब मालिक या अंग्रेजी बोलते हैं। स्कूल देखिएगा तो अंग्रेजी में पढ़ाई हो रही है। इसका सीधा सा अर्थ तो इतना ही है कि हिन्दी नौकरों की भाषा है, दाइयों की भाषा है?



3 टिप्‍पणियां:

  1. इस तथ्‍य से क्‍या-क्‍या संभावित निष्‍कर्ष निकल सकते हैं?

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    1. मेरा निष्कर्षः जर्मनी के लोग सबसे ज्यादा तेज साबित हुए इस मामले में और वहाँ के लोग गये गुजरे कम थे क्योंकि अंग्रेजी किताब का अनुवाद बहुत जल्दी अपनी भाषा में कर लिया ताकि उनके देशवासियों को अंग्रेजी की बैसाखी का सहारा इस किताब के लिए न लेना पड़े। फिर बारी आती है जापानियों की। बस ऐसे ही क्रम देखिए।

      और इसमें हिन्दी का न सही शोर मचाने में आगे तमिलों के तमिल का क्रम खोजिए।

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  2. सोचने की बातें दे रहा है फेस बुक. इस पर बहुत विचारोत्तेजक प्रसंग और संदर्भ मिलेंगे. कपिल सिब्बल की टेढ़ी नज़र यूँ ही इस पर नहीं है. बढ़िया प्रस्तुति.

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