tag:blogger.com,1999:blog-4603771006660912215.post8022172337419816692..comments2023-12-24T13:18:47.467+05:30Comments on भारत के भावी प्रधानमंत्री की जबानी: भारतीय राजनीति और हिन्दी व्याकरण -1चंदन कुमार मिश्रhttp://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4603771006660912215.post-81150009299507433752011-08-18T09:16:27.466+05:302011-08-18T09:16:27.466+05:30व्याकरण के बिम्ब लिए मेहनत से लिखी गयी सार्थक पोस्...व्याकरण के बिम्ब लिए मेहनत से लिखी गयी सार्थक पोस्ट आभारSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4603771006660912215.post-22754430675976450192011-08-17T10:16:53.520+05:302011-08-17T10:16:53.520+05:30चमत्कार और क्रान्ति रोज नहीं होती, सही लेकिन इतिहा...चमत्कार और क्रान्ति रोज नहीं होती, सही लेकिन इतिहास स्वयं को दुहराता है ऐसे ही लगा जैसे चौरासी लाख जन्मों की बात कोई धर्मवादी कहता है, इसलिए कहा था कि यह वाक्य ठीक नहीं लगा। …वैसे आपने इस लेख पर ऐसा क्यों कहा, अभी तक समझ नहीं आया।<br /><br />१७ अगस्त २०११ ८:२८ पूर्वाह्नचंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4603771006660912215.post-63941318939088239622011-08-17T10:14:44.662+05:302011-08-17T10:14:44.662+05:30यदि कहूं कि चमत्कार और क्रांति रोज नहीं होती तो य...यदि कहूं कि चमत्कार और क्रांति रोज नहीं होती तो यह तुम्हें नारे की तरह पिटा-पिटाया लगेगा, लेकिन ध्यान रखो कि प्रसंग और संदर्भ के साथ कथित अंधविश्वासी वाक्य, मुहावरे, नारों की अर्थवत्ता होती है. <br /><br />१७ अगस्त २०११ ७:४३ पूर्वाह्नRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4603771006660912215.post-44260750194376456792011-08-17T10:10:54.803+05:302011-08-17T10:10:54.803+05:30राहुल जी से:
मैं नहीं समझा कि यह क्या कहना चाहते ...राहुल जी से:<br /><br />मैं नहीं समझा कि यह क्या कहना चाहते हैं। और वैसे भी इतिहास स्वयं को दुहराता है एक अंधविश्वासी किस्म का वाक्य लग रहा है। <br /><br />१६ अगस्त २०११ १०:४८ अपराह्नचंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4603771006660912215.post-33297161182000894502011-08-16T15:07:07.781+05:302011-08-16T15:07:07.781+05:30इतिहास स्वयं को दुहराता है.इतिहास स्वयं को दुहराता है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4603771006660912215.post-40461239236198219862011-08-16T13:49:39.184+05:302011-08-16T13:49:39.184+05:30राजनीति का व्याकरण आपने जान लिया है, यह अच्छा नहीं...राजनीति का व्याकरण आपने जान लिया है, यह अच्छा नहीं हुआ :)) अगली किस्त की प्रतीक्षा रहेगी.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.com